मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना एक प्रोत्साहनीय पहल है जो समाज में बेटियों की सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ाने का उद्देश्य रखती है। इस योजना के अंतर्गत, नए जन्मी बेटियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिससे उनके परिवारों को उनकी परवरिश और उनके भविष्य के लिए आवश्यक समर्थन मिल सके।
इस योजना के तहत प्रदान की जाने वाली आर्थिक सहायता:
कन्या शिशु के जन्म पर माता/पिता/अभिभावक के बैंक खाते में 2000 रुपए:
- यह योजना नए जन्मी बेटियों के प्राथमिक जीवन के लिए महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता प्रदान करती है। जब एक परिवार में एक नई बच्ची का जन्म होता है, तो इसका वित्तीय बोझ परिवार के ऊपर बढ़ जाता है। इसलिए, इस योजना के तहत प्रदान की जाने वाली 2000 रुपए की आर्थिक सहायता परिवार को इस नए सदस्य की देखभाल और उसके भविष्य के लिए आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी में मदद करती है।कन्या शिशु की आयु एक वर्ष पुरे होने और आधार पंजीकरण कराये जाने पर 1000 रुपए:इस योजना के अंतर्गत, जब नई जन्मी बेटी एक वर्ष की उम्र पूरी करती है और उसका आधार पंजीकरण हो जाता है, तो उसे एक बार फिर से 1000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
- यह सहायता बच्ची के निरंतर विकास और उसकी शिक्षा में मदद करती है। इसके साथ ही, यह परिवार को भी एक विशेष धन आर्थिक समर्थन प्रदान करता है जिससे वह अपनी बेटी के भविष्य के लिए निवेश कर सके।
मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना के प्रमुख लाभ:
- नवजात बेटियों के लिए आर्थिक सहायता: योजना के तहत, नवजात बेटियों के परिवारों को आर्थिक सहायता प्राप्त होती है, जो उनकी परवरिश और उनके भविष्य के लिए आवश्यक होती है।
- बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करना: योजना से परिवारों को उनकी बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने का मौका मिलता है, जिससे उनकी समृद्धि और स्वतंत्रता का मार्ग खुलता है।
- समाज में लिंग समानता की बढ़ावा: इस योजना के माध्यम से, समाज में लिंग समानता को बढ़ावा मिलता है और लोगों की जागरूकता बढ़ती है कि बेटियां भी समान अधिकारों के प्राधिकारी हैं।
- परिवारों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना: योजना से परिवारों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है, जिससे उन्हें अधिक विकल्पों का लाभ मिलता है और उनका सामाजिक दबाव कम होता है।
- लड़कियों की सुरक्षा को बढ़ावा: योजना के माध्यम से, लड़कियों की सुरक्षा को बढ़ावा मिलता है, जिससे वे स्वतंत्रता और स्वावलंबन के साथ अपने सपनों की ओर बढ़ सकती हैं।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना एक महत्वपूर्ण कदम है जो लड़कियों के समृद्ध भविष्य की दिशा में एक प्रकारी प्रयास कर रही है। इसके माध्यम से, समाज में लिंग समानता और बेटियों के समृद्ध भविष्य को बढ़ावा मिलता है।
योजना :
- मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना बिहार सरकार द्वारा आरंभ की गई एक पहल है, जो राज्य की बालिकाओं के लिए महत्वपूर्ण है।
- इसका उद्देश्य बालिकाओं को शिक्षा में प्रोत्साहित करना और उन्हें समृद्ध बनाना है।
- इस योजना के अंतर्गत, कन्याओं को जन्म से लेकर उनके उत्तीर्ण होने तक सहायता प्रदान की जाएगी।
- यह योजना कन्या भ्रूण हत्या को रोकने और लिंग अनुपात में वृद्धि लाने का उद्देश्य रखती है।
- इसके तहत, कन्या जन्म और उसका निबंधन प्रोत्साहित किया जाता है।
- यह योजना बिहार सरकार की कन्या उत्थान योजनाओं में से एक है।
- मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना में आवेदन करने के लिए बालिकाओं को कुछ नियमों का पालन करना होता है।
- उनका आवास बिहार में होना चाहिए और उनका जन्म 22 नवंबर 2007 के बाद होना चाहिए।
- आवेदन करने वाली बालिकाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
- उनके जन्म पर 2000 रुपए और उनके आधार पंजीकरण के बाद एक वर्ष पूरा होने पर 1000 रुपए की सहायता दी जाती है।
- इस योजना का लाभ आवेदन पत्र के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है, जो ऑफलाइन या ऑनलाइन हो सकता है।
- यह योजना समाज में लिंग समानता को प्रोत्साहित करती है और बालिकाओं के उत्थान में मदद करती है।
Overview of Scheme
Name of Scheme | मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना |
Staring Date | 2018 |
Labh (Benefits) | राज्य की कन्या शिशु को बैंको के माध्यम से तीन हजार(3000) रुपये की कुल आर्थिक मदद। |
Nodal Agency | महिला विकास निगम ,बिहार |
Mode of Application | ऑफलाइन |
मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना के लिए योग्यता:
- आवेदक का निवास बिहार में होना चाहिए।
- बालिका का जन्म 22 नवंबर 2007 के बाद होना चाहिए।
- कन्या का जन्म पंजीकरण अनिवार्य है।
- पंजीकरण कन्या के जन्म के 1 वर्ष के भीतर होना चाहिए।
- कन्या बीपीएल श्रेणी से संबधित होनी चाहिए।
- आवेदन कन्या के जन्म से 3 वर्ष तक किया जा सकता है।
लाभ प्राप्ति के लिए आवश्यक दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- बी.पी.एल. प्रमाण पत्र
- माता/पिता का पहचान पत्र
लाभ प्राप्ति की प्रक्रिया:
- पहले, बालिका के माता-पिता को अपने निकटस्थ बाल विकास परियोजना के आंगनबाड़ी केंद्र पर जाना होगा। वहाँ, उन्हें नि:शुल्क आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा।
- आंगनबाड़ी केंद्र से प्राप्त इस योजना के आवेदन पत्र को ध्यानपूर्वक पढ़कर, सारी आवश्यक जानकारी भरनी होगी।
- आवेदन पत्र के साथ सभी आवश्यक दस्तावेजों को संलग्न करके, उन्हें आंगनबाड़ी सेविका को सौंपना होगा।
- आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, लाभार्थी सूची में बेटी के नाम की जानकारी लाभार्थी को सूचित कर दी जाएगी। इसके बाद, लाभार्थी को योजना के अनुसार लाभ प्राप्त करने का अधिकार होगा
संपर्क करने की जानकारी
- महिला विकास निगम, बिहार हेल्पलाइन नंबर:
- 0612-2506068
- 0612-2506078
- महिला विकास निगम, बिहार हेल्पलाइन ईमेल:
- support.wdc@bihar.gov.in
- महिला विकास निगम, बिहार पता:
महिला विकास निगम, आर ब्लॉक,
दरोगा राय पथ, रोड नंबर – 2,
पटना, बिहार 800001।
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